नजरें खामोश सी देखती थी उसे …
काश होठों में हलचल का आगाज़ हो …
मेरी धड़कन मैं घुल जाए उसकी सदा …
मेरे साये में भी उसका एहसास हो ।
सीढ़ियों पर थिरकते वो उसके कदम …
चेहरा यादों कि मुस्कान खुद पे लिए …
मेरे एहसास से मुस्कुराती हुई ....
जैसे मुझको बुलाने का अंदाज हो ।
हुश्न वाले तुझे खूब जलवा मिला …
मेरे मासूम दिल पर गिराते रहो …
हम मिले ही नहीं थे कभी उम्र में …
सोच लो सोच कर मुस्कुराते रहो ।
याद रखना कि हम में भी है एक कशिश …
तुझको तेरे बदन से चुरा लायेंगे …
तेरी आँखों में छायेगा मेरा बदन …
चाहे जितना मुझे तुम जलती रहो ।
काश होठों में हलचल का आगाज़ हो …
मेरी धड़कन मैं घुल जाए उसकी सदा …
मेरे साये में भी उसका एहसास हो ।
सीढ़ियों पर थिरकते वो उसके कदम …
चेहरा यादों कि मुस्कान खुद पे लिए …
मेरे एहसास से मुस्कुराती हुई ....
जैसे मुझको बुलाने का अंदाज हो ।
हुश्न वाले तुझे खूब जलवा मिला …
मेरे मासूम दिल पर गिराते रहो …
हम मिले ही नहीं थे कभी उम्र में …
सोच लो सोच कर मुस्कुराते रहो ।
याद रखना कि हम में भी है एक कशिश …
तुझको तेरे बदन से चुरा लायेंगे …
तेरी आँखों में छायेगा मेरा बदन …
चाहे जितना मुझे तुम जलती रहो ।