Poetic Rebellion .....

Saturday, June 1, 2013

कवितायें ... जो अनसुनी हैं ... अनकहीं हैं ..

ये ख़्वाबों का सागर .... ये चाहत की कश्ती ...
बड़े हौले हौले बहा ले चलेगे ..
यूँ तूफानी लहरों से डरना भी कैसा ...
इन्हें भी मोहब्बत ... सिखाते चलेंगे ...
इन्हें भी मोहब्बत ... सिखाते चलेंगे ...

कई बार आँखों में परवाज छाई ...
धडकते दिलों से ये आवाज आई ...
ये मायूस चेहरा ... ये बचकानी बातें ..
ये जस्बात कब तक छुपाते चलेंगे ...
ये जस्बात कब तक छुपाते चलेंगे ...

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